Suchitra suchitraSen
गीतकार -मजरुह सुलतानपुरी
संगीतकार- रोशन
मूल गायक-हेमंत कुमार और लता मंगेशकर
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प्रस्तुत गीत में स्वर -Safeer Ahmad and Alpana Verma
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Chhupa lo yun dil mein-Song-Lyrics
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छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा
के जैसे मंदिर में लौ दिए की
तुम अपने चरणों में रख लो मुझको
तुम्हारे चरणों का फूल हूँ मैं
मैं सर झुकाए खड़ी हूँ प्रीतम
के जैसे मंदिर में लौ दिए की
ये सच है जीना, था पाप तुम बिन
ये पाप मैंने किया है अब तक
मगर थी मन में छबी तुम्हारी
के जैसे मंदिर...
फिर आग बिरहा की मत लगाना
के जल के मैं राख हो चुकी हूँ
ये राख माथे पे मैंने रख ली
के जैसे मंदिर...
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