फिल्म- अदालत [१९५८]
गीतकार-राजेंद्र किशन
संगीतकार-मदन मोहन
मूल गायक -आशा भोसले और रफ़ी
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कवर गायक - सफ़ीर और अल्पना
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गीत के बोल -
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ज़मीं से हमें आसमां पर, बिठा के गिरा तो ना दोगे
अगर हम ये पूछें के दिल में, बसा के भूला तो ना दोगे
१.ऐ रात इस वक्त आँचल में तेरे जितने भी हैं ये सितारें
जो दे दे तू मुझको, तो फिर मैं लूटा दू, किसी की नज़र पे ये सारे
कहो के ये रंगीन सपनें, सजा के मिटा तो ना दोगे
अगर हम ये पूछें कि दिल में, बसा के भूला तो ना दोगे
2.तुम्हारे सहारे निकल तो पड़े हैं, है मंज़िल कहाँ दिल न जाने
जो तुम साथ दोगे, तो आएगी इक दिन, मंज़िल गले से लगाने
इतना तो दिल को यकीं है, हमें तुम दगा तो ना दोगे
अगर हम ये पूछें कि दिल में, बसा के भूला तो ना दोगे
ज़मीं से हमें आसमां पर, बिठा के गिरा तो ना दोगे
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