Sulakshana Pandit |
फिल्म-आहिस्ता-आहिस्ता [१९८१]
मूल गायिका- सुलक्षणा पंडित
गीतकार-नक्श लायलपुरी
संगीत- खय्याम
प्रस्तुत कवर गीत -अल्पना
Lyrics-
माना तेरी नज़र में तेरा प्यार हम नहीं
कैसे कहें कि तेरे तलबगार हम नहीं …
तन को जला के ख़ाक बनाया बिछा दिया,
लो अब तुम्हारी राह में दीवार हम नहीं …….
जिस को निखारा हमने तमन्ना के ख़ून से,
गुलशन में उस बहार के हक़दार हम नहीं……..
धोखा दिया है ख़ुद को, मोहब्बत के नाम से,
कैसे कहें कि तेरे गुनाहगार हम नहीं …….
3 comments:
वाह ... बहुत ही बढिया।
एक बेहतर गायिका रही पर नाहक अभिनय की दुनिया में जाकर ख़ुद को गंवा बैठीौ
सुना है कि आज कल वे अकेले रह रही हैं और उनकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है.
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