फ़िल्म: ज्वेल थीफ़(१९६७ )
गायक: मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर
संगीतकार:सचिन देव बर्मन
गीतकार:आनंद बक्षी
अदाकार:देव आनंद और वैजंतीमाला
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Cover singers- Safeer and Alpana
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Dil pukare aa re aa re aare
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दिल पुकारे, आ रे आ रे आ रे –
अभी ना जा मेरे साथी
दिल पुकारे, आरे आरे आरे
ओ… अभी ना जा मेरे साथी
दिल पुकारे आ रे आ रे आ रे
1.बरसों बीते दिल पे काबू पाते
हम तो हारे तुम ही कुछ समझाते
समझाती मैं तुमको लाखों अरमां
खो जाते हैं लब तक आते आते
ओ… पूछो ना कितनी, बातें पड़ी हैं
दिल में हमारे
दिल पुकारे, आ रे आ रे आ रे
2.पाके तुमको है कैसी मतवाली
आँखें मेरी बिन काजल के काली
जीवन अपना मैं भी रंगीन कर लूँ
मिल जाये जो इन होठों की लाली
ओ… जो भी है अपना, लायी हूँ सब कुछ
पास तुम्हारे
दिल पुकारे, आ रे आ रे आ रे
3.महका महका आँचल हल्के हल्के
रह जाती हो क्यों पल्कों से मलके
जैसे सूरज बन कर आये हो तुम
चल दोगे फिर दिन के ढलते ढलते
ओ… आज कहो तो मोड़ दूं बढ़के
वक़्त के धारे
दिल पुकारे, आ रे आ रे आ रे
ओ… अभी ना जा मेरे साथी
दिल पुकारे आरे आरे आरे
अभी ना जा मेरे साथी
दिल पुकारे आ रे आ रे आ रे
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गायक: मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर
संगीतकार:सचिन देव बर्मन
गीतकार:आनंद बक्षी
अदाकार:देव आनंद और वैजंतीमाला
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Cover singers- Safeer and Alpana
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Dil pukare aa re aa re aare
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दिल पुकारे, आ रे आ रे आ रे –
अभी ना जा मेरे साथी
दिल पुकारे, आरे आरे आरे
ओ… अभी ना जा मेरे साथी
दिल पुकारे आ रे आ रे आ रे
1.बरसों बीते दिल पे काबू पाते
हम तो हारे तुम ही कुछ समझाते
समझाती मैं तुमको लाखों अरमां
खो जाते हैं लब तक आते आते
ओ… पूछो ना कितनी, बातें पड़ी हैं
दिल में हमारे
दिल पुकारे, आ रे आ रे आ रे
2.पाके तुमको है कैसी मतवाली
आँखें मेरी बिन काजल के काली
जीवन अपना मैं भी रंगीन कर लूँ
मिल जाये जो इन होठों की लाली
ओ… जो भी है अपना, लायी हूँ सब कुछ
पास तुम्हारे
दिल पुकारे, आ रे आ रे आ रे
3.महका महका आँचल हल्के हल्के
रह जाती हो क्यों पल्कों से मलके
जैसे सूरज बन कर आये हो तुम
चल दोगे फिर दिन के ढलते ढलते
ओ… आज कहो तो मोड़ दूं बढ़के
वक़्त के धारे
दिल पुकारे, आ रे आ रे आ रे
ओ… अभी ना जा मेरे साथी
दिल पुकारे आरे आरे आरे
अभी ना जा मेरे साथी
दिल पुकारे आ रे आ रे आ रे
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