फिल्म-सुजाता [१९६०]
मूल गायक और संगीतकार-सचिन देव बर्मन
गीतकार-मजरूह सुलतानपुरी
गीत के बोल
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सुन मेरे बंधु रे...
सुन मेरे मितवा सुन मेरे साथी रे....
होता तू पीपल मैं होती अमर लता तेरी
तेरे गले माला बनके पड़ी मुस्काती रे....
सुन मेरे साथी रे....
जिया कहे तू सागर मैं होती तेरी नदिया...
लहर लहर करती अपने पिया से मिल जाती रे,....
सुन मेरे साथी रे....
गीत सुनिये मेरा एक प्रयास ...अल्पना
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