फिल्म-आहिस्ता -आहिस्ता
गीत-निदा फ़ाज़ली
संगीत -खय्याम
मूल गायिका आशा भोसले
गीत के बोल -
कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता
कहीं ज़मीं तो कहीं आसमाँ नहीं मिलता
जिसे भी देखिये वो अपने आप में गुम है
ज़ुबाँ मिली है मगर हमज़ुबाँ नहीं मिलता
बुझा सका है भला कौन वक़्त के शोले
ये ऐसी आग है जिस में धुआँ नहीं मिलता
तेरे जहान में ऐसा नहीं कि प्यार न हो
जहाँ उम्मीद हो इस की वहाँ नहीं मिलता
कभी किसी को मुकम्मल....
कवर गीत - स्वर--अल्पना