Jan 7, 2012

आँखों में क्या जी[फिल्म-नौ दो ग्यारह ]



फिल्म-नौ दो ग्यारह,
गीतकार -मजरूह सुल्तानपुरी ,संगीत-एस डी बर्मन .
मूल गायक-आशा जी और किशोर दा.
Film- Nau Do Gyarah,[1957]
Dev Anand, Kalpana Kartik
प्रस्तुत कवर गीत में स्वर अल्पना और बाबुल सुप्रियो के हैं.
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आँखों में क्या जी रुपहला बादल
बादल में क्या जी किसी का आँचल
आँचल में क्या जी अजब सी हलचल

रंगीं है मौसम,तेरे दम की बहार है
फिर भी है कुछ कम,बस तेरा इंतज़ार है
देखने में भोले हो,पर हो बड़े चंचल
आँखों में क्या जी...

झुकती हैं पलकें,झुकने दो और झूम के
उड़ती हैं ज़ुल्फें,उड़ने दो होंठ चूम के
देखने में...

झूमें लहरायें,नैना मिल जाये नैन से
साथी बन जायें,रस्ता कट जाये चैन से
देखने में भोले हो,पर हो बड़े चंचल...
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