भजन में स्वर : अल्पना वर्मा
अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी वल्लभं ||
कौन कहते हैं भगवान आते नहीं,
तुम भक्त मीरा के जैसे बुलाते नहीं।
कौन कहते हैं भगवान खाते नहीं,
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं।
कौन कहते हैं भगवान सोते नहीं,
माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं।
कौन कहते हैं भगवान नाचते नहीं
गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं।
अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी वल्लभं ||
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