Feb 12, 2016

आपके प्यार में हम सँवरने लगे..कवर गीत




फिल्म-राज़
मूल गायिका -अलका याग्निक
कवर प्रस्तुति -अल्पना
गीत 

आपके प्यार में हम सँवरने लगे
देखके आपको हम निखारने लगे
इस कदर आपसे हमको मोहब्बत हुई
इस कदर आपसे हमको मोहब्बत हुई

टूटके बाजुओं में बिखरने लगे
आपके प्यार में हम संवरने लगे

आप जो इस तरह से तड़पायेंगे
ऐसे आलम में पागल हो जायेंगे
आप जो इस तरह से तड़पायेंगे
ऐसे आलम में पागल हो जायेंगे
वो मिल गया जिसकी हमें कबसे तलाश थी
बैचैनी इस सांसों में जन्मों की प्यास थी
जिस्मों से रूह में हम उतरने लगे
जिस्मों से रूह में हम उतरने लगे

इस कदर आपसे हमको मोहब्बत हुई
इस कदर आपसे हमको मोहब्बत हुई
टूटके बाजुओं में बिखरने लगे
आपके प्यार में हम सँवरने लगे

रूप की आंच से तन पिघल जायेगा
आग लग जायेगी मन मचल जायेगा
रूप की आंच से तन पिघल जायेगा
आग लग जायेगी मन मचल जायेगा

ये लब जरा टकराए जो दिलबर के होंठ से
चिंगारियाँ  उड़ने लगी शबनम की  चोट से
हम सनम हद से आगे गुजरने लगे
हम सनम हद से आगे गुजरने लगे

इस कदर आपसे हमको मोहब्बत हुई
आपके प्यार में हम सँवरने लगे
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