May 2, 2010

४९-मेरे घर आई एक नन्ही परी



संगीत-ख़य्याम
गीतकार- साहिर लुधियानवी
फिल्म-कभी कभी
वहीदा रहमान पर फिल्माया गया गीत
मूल गायिका - लता मंगेशकर

मेरे
घर आई एक नन्ही परी
चाँदनी के हसीन रथ पे सवार
मेरे घर आई..

उसकी बातों में शहद जैसी मिठास
उसकी सासों में इतर की महकास
होंठ जैसे के भीगे-भीगे गुलाब
गाल जैसे के दहके दहके अनार
मेरे घर आई ...

उसके आने से मेरे आंगन में
खिल उठे फूल गुनगुनायी बहार
देख कर उसको जी नहीं भरता
चाहे देखूँ उसे हज़ारों बार
मेरे घर आई ...

मैने पूछा उसे कि कौन है तू
हँसके बोली कि मैं हूँ तेरा प्यार
मैं तेरे दिल में थी हमेशा से
घर में आई हूँ आज पहली बार
मेरे घर आई ...
[
यहाँ प्रस्तुत है गीत का कवर वर्शन ]
स्वर-अल्पना



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16 comments:

श्यामल सुमन said...

खूबसूरत।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com

M VERMA said...

बहुत मधुर गीत
धन्यवाद

Shekhar Kumawat said...

bahut khub

डॉ टी एस दराल said...

बहुत प्यारा गीत है -सदा सदाबहार।
हालाँकि फिल्म में २० साल के बाद गया गया था माँ द्वारा।
लेकिन आज भी इसका चार्म उतना ही है।

डॉ टी एस दराल said...

अरे अल्पना जी , ये तो मैंने बाद में जाना कि इसे तो आपने गाया है ।
बहुत मधुर आवाज़ है आपकी।
सुभानाल्लाह।

P.N. Subramanian said...

बहुत सुन्दर.

ताऊ रामपुरिया said...

बहुत ही खूबसूरत गीत, मधुर आवाज, और बेटी के साथ सुनना और भावुक कर गया. कितने ही पुराने पल याद हो आये. बहुत शुभकामनाएं.

रामराम.

Dr Sridhar Saxena said...

Dear Alpana ji,
Very nice song and equally nice singing...you have very effectively captured the mood of song and harkatein are all appropriately balanced with sweet vocals....

your penchant for excellent songs continues with this one...

congratulations....
keep it up

Dr Sridhar Saxena

दिलीप कवठेकर said...

आपका गाना दिन ब दिन निखरता जा रहा है. ये गीत हमें चरम स्थिति में ले जाता है.

आपके चरित्र में मातृत्व भाव का बाहुल्य है, जिसके दर्शन इस गाने में बहुलता से स्वयंस्फ़ूर्त होते हैं.

बाकी गोलाई, मिठास में भी ये चरम स्थान पर है.

बधाईयां!!

वाणी गीत said...

बहुत पहले परियां उतरी थी आँगन में...याद आये वे पल
बहुत सुन्दर गीत ...

Udan Tashtari said...

बहुत सुन्दर गाया है...आनन्द आ गया. दो बार सुन चुका हूँ. :)

Mrs. Asha Joglekar said...

Bahut sunder prastuti hai Alpana Ji. Badhaee.

रश्मि प्रभा... said...

to aap yahan gungunati dhoop ke saath swar mila rahi hai......waah

हरकीरत ' हीर' said...

ये लोरी मुझे भी बहुत पसंद है अल्पना जी
और आपने इसे बखूबी गया है .....!!

ज्योति सिंह said...

harkirat ji sahi kahi ,mujhe behad pasand hai ye geet .

Alka Ray said...

morning men jab hamne ye gana suna tha tab ham udaas ho gaye the. bachpan ki yad aa gayi tha na isliye.
aap kitne ache-ache songs gati hain. you are so cute
love you didi