tag:blogger.com,1999:blog-6259567563976318405.post2203831099073111573..comments2023-09-12T14:56:24.967+04:00Comments on गुनगुनाती धूप...Gungunati Dhuup: नज़र आती नहीं मंजिल और मेरे महबूब ...Alpana Vermahttp://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6259567563976318405.post-39689041723554972462013-12-17T20:05:51.347+04:002013-12-17T20:05:51.347+04:00मधुर और केवल मधुरमधुर और केवल मधुरRamakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6259567563976318405.post-87679288389049932972013-12-17T08:01:56.917+04:002013-12-17T08:01:56.917+04:00बहुत सुंदर अल्पना जी.आपकी आवाज में इस गीत को सुनना...बहुत सुंदर अल्पना जी.आपकी आवाज में इस गीत को सुनना बहुत अच्छा लगा.Rajeev Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/12748535881221017180noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6259567563976318405.post-1073808018781827802013-12-17T06:27:18.518+04:002013-12-17T06:27:18.518+04:00सुन्दर गीत। सुबह -सुबह सुना अभी। अच्छा लगा । :)सुन्दर गीत। सुबह -सुबह सुना अभी। अच्छा लगा । :)अनूप शुक्लhttp://hindini.com/fursatiyanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6259567563976318405.post-81534306658717566282013-12-17T05:09:57.420+04:002013-12-17T05:09:57.420+04:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
--
आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज मंगलवार (17-12-13) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2013/12/blog-post_16.html" rel="nofollow"> मंगलवारीय चर्चा मंच --१४६४ --मीरा के प्रभु गिरधर नागर में "मयंक का कोना" </a> पर भी है!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com